विशाखापत्तनम में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट।

विशाखापत्तनम में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट।

विशाखापत्तनम में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट।

विशाखापत्तनम में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट।

(अर्थ प्रकाश/ बोम्मा रेडड्डी )

   विशाखापत्तनम :: (आंध्र प्रदेश) ग्रेटर विशाखापत्तनम नगर निगम (जीवीएमसी) ने शुक्रवार को आंध्र प्रदेश में मेघाद्री गेड्डा जलाशय पर सबसे बड़ा तैरता सौर ऊर्जा संयंत्र शुरू किया।  12 एकड़ क्षेत्र में नया बिजली संयंत्र शुरू किया गया है।

 जीवीएमसी के आयुक्त जी लक्ष्मीशा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि सौर ऊर्जा संयंत्र हर साल 42 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन कर सकता है।  "इसके अलावा, हम प्रति वर्ष 54,000 टन कोयले की भी बचत कर रहे हैं और उत्सर्जन में प्रति वर्ष 3,022 टन की कमी कर रहे हैं," उन्होंने कहा।

 इससे पहले, भारत के सबसे बड़े तैरते सौर ऊर्जा संयंत्र ने तेलंगाना के पेद्दापल्ली जिले के रामागुंडम में अपना परिचालन शुरू किया था।  100 मेगावाट (मेगावाट) की फ्लोटिंग सौर ऊर्जा फोटोवोल्टिक परियोजना को राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) द्वारा चालू किया गया था।  रामागुंडम सौर ऊर्जा परियोजना भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के माध्यम से 423 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई थी